IPL 2025: आखिर इतना पैसा कहां से आता है? टीम मालिकों की कमाई का बिज़नेस मॉडल जानिए
नई दिल्ली – हर साल जब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का आयोजन होता है, तो सिर्फ चौकों-छक्कों की बात नहीं होती, बल्कि एक सवाल बार-बार उठता है – IPL में इतना पैसा आखिर आता कहां से है? टीम मालिक करोड़ों-अरबों में कैसे कमाते हैं? BCCI की कमाई के आंकड़े चौंकाने वाले हैं और फ्रेंचाइजीज़ का बिज़नेस मॉडल किसी मल्टीनेशनल कंपनी से कम नहीं लगता।
आज हम इसी सवाल की तह तक जाएंगे और आपको बताएंगे कि IPL 2025 में टीम मालिकों की कमाई के पीछे का पूरा बिज़नेस फॉर्मूला क्या है।
मीडिया राइट्स: IPL की सबसे बड़ी कमाई का जरिया
- IPL की सबसे मोटी कमाई मीडिया और ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से होती है। टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर मैच दिखाने के अधिकार कंपनियां करोड़ों में खरीदती हैं।
- BCCI ने 2023 से 2027 तक की मीडिया राइट्स की डील ₹48,390 करोड़ में फाइनल की थी।
- इस राजस्व का 50% हिस्सा बीसीसीआई रखता है,
- 45% IPL की सभी फ्रेंचाइज़ियों में बांटा जाता है,
- और 5% अन्य खर्चों व खिलाड़ियों के लिए निर्धारित होता है।
- IPL 2025 में मीडिया राइट्स से होने वाली कमाई फ्रेंचाइज़ियों के लिए सबसे स्थिर और बड़ा इनकम सोर्स है।
टाइटल स्पॉन्सरशिप: नाम के पीछे करोड़ों की कहानी

- हर साल IPL के नाम के साथ कोई बड़ा ब्रांड जुड़ता है, जिसे हम “टाइटल स्पॉन्सर” कहते हैं।
- 2022 में टाटा ग्रुप ने ₹670 करोड़ देकर दो साल के लिए टाइटल स्पॉन्सरशिप ली।
- इससे पहले वीवो और अन्य ब्रांड भी आईपीएल से जुड़ चुके हैं।
- BCCI को टाइटल स्पॉन्सरशिप से भारी रकम मिलती है, जिसका हिस्सा IPL फ्रेंचाइज़ियों में भी बांटा जाता है।
BCCI की कुल कमाई: आंकड़े चौंकाने वाले हैं
- IPL के चलते BCCI की कमाई में हर साल बंपर उछाल आता है।
- साल 2022-23 में BCCI ने मीडिया और टाइटल स्पॉन्सरशिप से ₹1124 करोड़ की शानदार आमदनी की।
- वहीं 2024 के फाइनेंशियल ईयर में BCCI की कुल आय ₹20,686 करोड़ तक पहुँच गई।
- ये आंकड़े साफ दिखाते हैं कि IPL सिर्फ क्रिकेट नहीं, एक मजबूत बिज़नेस इंफ्रास्ट्रक्चर है।
टीम मालिकों की कमाई: IPL फ्रेंचाइज़ियों की कमाई के मुख्य स्रोत

मीडिया और टाइटल रेवेन्यू शेयर
- फ्रेंचाइज़ियों को BCCI से मीडिया और स्पॉन्सरशिप से हिस्सा मिलता है, जो उनकी इनकम का बड़ा हिस्सा होता है।
ब्रांड स्पॉन्सरशिप और विज्ञापन डील्स
- हर टीम अपने खिलाड़ियों की जर्सी और ऐड स्पेस को बेचती है।
- जैसे RCB के पास IPL ट्रॉफी नहीं है, लेकिन उनकी सोशल मीडिया फैन फॉलोइंग सबसे ज्यादा है, जिससे उनके ब्रांड डील्स भी मजबूत होते हैं।
टिकट बिक्री और घरेलू मैदान से आय
- टीमों को घरेलू मैचों में टिकट की बिक्री से मोटी कमाई होती है।
- MI, CSK, RCB जैसी फेमस टीम को हर मैच में बड़ी संख्या मे दर्शक आते है।
मर्चेंडाइज सेल्स

- फ्रेंचाइज़ी अपनी टीम की जर्सी, कैप, की-चेन, बैंड, और गिफ्ट आइटम बेचकर अतिरिक्त कमाई करती हैं।
परफॉर्मेंस और लोकप्रियता का सीधा असर
- जितनी अच्छी टीम की परफॉर्मेंस होती है और जितना ज्यादा फैन बेस होता है, उतनी ही ज्यादा उनकी कमाई होती है।
- मुंबई इंडियंस (MI) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) जैसी टीमों का ब्रांड वैल्यू बेहद ऊंचा है।
- वहीं नई टीमें अगर अच्छा प्रदर्शन करती हैं तो वे भी जल्दी ब्रांड डील्स और स्पॉन्सरशिप के मामले में मजबूत हो जाती हैं।
IPL है क्रिकेट का बिज़नेस चैंपियन
- IPL आज सिर्फ T20 क्रिकेट का एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक बिलियन डॉलर इंडस्ट्री है।
- हर टीम, हर ब्रॉडकास्टर और हर ब्रांड इस खेल में निवेश करता है क्योंकि रिटर्न मल्टीपल्स में मिलता है।
- IPL 2025 में भी यही ट्रेंड जारी है – BCCI, टीम मालिक और ब्रांड्स सब मुनाफे में हैं।
IPL 2025: आखिर इतना पैसा कहां से आता है? टीम मालिकों की कमाई का बिज़नेस मॉडल जानिए