खालवा के गांव में 45 वर्षीय आदिवासी महिला के साथ दिल दहला देने वाली वारदात
गैंगरेप के बाद सरिए से निकाली बच्चेदानी: खंडवा में 45 साल की महिला के साथ हैवानियत की हदें पार
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से आई यह खबर इंसानियत को शर्मसार करने वाली है।
खालवा तहसील के एक गांव में एक 45 साल की आदिवासी महिला के साथ दो युवकों ने सामूहिक बलात्कार किया और फिर उसके निजी अंगों में सरिया या किसी नुकीली वस्तु से इतनी बर्बरता की कि उसकी बच्चेदानी बाहर निकालकर फेंक दी गई।
इस खौफनाक घटना के बाद महिला ने दम तोड़ दिया।
शादी में गई थी महिला, सुबह मिली लहूलुहान हालत में
जानकारी के अनुसार, पीड़िता शुक्रवार को गांव में हुए एक विवाह समारोह में शामिल हुई थी।
वहां उसकी मुलाकात हरि पालवी (35) और सुनील धुर्वे (26) से हुई। दोनों आरोपी महिला के परिचित थे।
शादी के बाद महिला हरि के घर गई, जहां तीनों ने शराब पी। इसके बाद जो हुआ, वह इंसान नहीं हैवान ही कर सकते हैं।
बेटी ने दी सूचना, मां मिली अधमरी हालत में
- शनिवार सुबह करीब साढ़े 16 साल की बेटी ने पुलिस को बताया कि उसकी मां हरि पालवी के घर में लहूलुहान हालत में पड़ी है।
- पुलिस मौके पर पहुंची तो महिला अर्धनग्न हालत में जमीन पर बेहोश पड़ी थी।
- उसके शरीर पर गहरे घाव थे और निजी अंग से तेज़ी से खून बह रहा था। बच्चेदानी पास में पड़ी थी।
डॉक्टर भी सन्न: आंतें बाहर, बच्चेदानी फटी हुई
पुलिस ने तुरंत शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। डॉक्टरों ने जो बताया, वह और भी भयावह था।
गैंगरेप के बाद महिला के निजी अंगों में सरिया जैसी चीज़ डाली गई, जिससे उसकी आंतें बाहर आ गईं और बच्चेदानी फट गई। अधिक खून बहने के कारण महिला की मौके पर ही मौत हो गई। डॉक्टरों ने बताया कि यह पूरी तरह से सोची-समझी दरिंदगी थी।
गैंगरेप के बाद सरिए से निकाली बच्चेदानी: खंडवा में 45 साल की महिला के साथ हैवानियत की हदें पार
आरोपी गिरफ्तार, जांच जारी
खंडवा के एएसपी राजेश रघुवंशी ने बताया कि दोनों आरोपी हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ चल रही है।
शुरुआती जांच में साफ है कि दोनों ने शराब पीने के बाद महिला के साथ बलात्कार किया और फिर उसके साथ क्रूरता की सारी सीमाएं लांघ दीं।
दोनों आरोपी उसी कुरकू आदिवासी समुदाय से हैं, जिससे पीड़िता ताल्लुक रखती थी।
गैंगरेप के बाद सरिए से निकाली बच्चेदानी: खंडवा में 45 साल की महिला के साथ हैवानियत की हदें पार
गांव में तनाव, आदिवासी समाज में आक्रोश
- यह घटना सामने आने के बाद पूरे गांव में तनाव फैल गया है।
- आदिवासी समाज में भारी गुस्सा है।
- लोगों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की है।
- ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई सामान्य वारदात नहीं, बल्कि जानबूझकर की गई नृशंसता है, जो समाज को शर्मसार कर रही है।
दिल्ली के निर्भया कांड की दिलाई याद
इस घटना ने एक बार फिर दिल्ली के 2012 निर्भया कांड की याद दिला दी है।
वहां भी युवती के साथ बलात्कार के बाद नुकीली चीज़ डालकर उसके अंग क्षतिग्रस्त कर दिए गए थे।
खंडवा की यह वारदात भी वैसी ही वीभत्स है। फर्क सिर्फ इतना है कि यह एक 45 साल की आदिवासी महिला के साथ हुआ है, जिसकी आवाज़ शायद उतनी ऊंची नहीं हो पाएगी, जितनी निर्भया की गूंजी थी।
गैंगरेप के बाद सरिए से निकाली बच्चेदानी: खंडवा में 45 साल की महिला के साथ हैवानियत की हदें पार